Tuberose flower-रजनीगंधा यानि रात को महकने वाला फूल। ये काफी मनमोहक फूल होता है। हर गार्डनर चाहता है कि उसकी बगिया में ऐसे फूल हो, जो महके भी और सुंदर भी दिखें। आप भी ऐसा ही सोच रहे हैं, तो रजनीगंधा को अपनी फुलवारी में लगा लीजिए। इसको लगाना भी आसान है। आज के इस लेख में हम जानते हैं कि इस मीठी खुशबू वाले रजनीगंधा को आप कैसे अपनी बगिया में लगा सकते हैं।
रजनीगंधा फूल(tuberose flower)
इस पौधे पर सफेद रंग के बड़े फूल आते है। इनकी खुशबू कामी मंत्रमुग्ध करने वाली होती है।एक पौधे पर गुच्छों में फूल इस पर लगते हैं। रजनीगंधा का वैज्ञानिक नाम “पोलिएन्थेस ट्यूबरोसा” है। इसकी ऊंचाई 2 से 3 फीट तक होती है और पत्ते लंबे होते हैं। रजनीगंधा से ऑयल निकाला जाता है। इसका प्रयोग इत्र बनाने में किया जाता है। पूजा पाठ और अन्य धार्मिक कार्यों में इस फूल की मांग होती है। बता दें कि ये फूल अपनी खुशबू और खूबसूरती के कारण बहुत फेमस है।
रजनीगंधा की खेती भारत के कई इलाकों में होती है। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र (पुणे और नासिक क्षेत्र), पश्चिम बंगाल और तेलंगाना में ये पौधा उगाया जाता है। इन राज्यों की जलवायु और मिट्टी की परिस्थितियाँ रजनीगंधा की खेती के लिए अनुकूल हैं। बता दें कि हर मौसम में रजनीगंधा की खेती यहां पर की जाती है।
रजनीगंधा गमले में लगाने का तरीका
गमला चुनें(choose a pot)
किसी भी पौधे को लगाने के लिए गमले का चुनाव सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। आपको सही आकार का गमला लेना जरुरी है, नहीं तो आपके करी कराई मेहनत पर पानी फिर जाएगा। रजनीगंधा उगाने के लिए बड़े आकार का गमला लें, जिसमें ये आसानी से फैल सके। आपको ये बात दिमाग में रखनी है कि इस पौधे को फैलने के लिए थोड़ी ज्यादा जगह चाहिए है।
रजनीगंधा का पौधा लगाने का समय(Time to plant tuberose)
आमतौर पर किसी भी मौसम में ये उगाया जा सकता है। वसंत ऋतु की शुरुआत में ये अच्छे से उगाया जा सकता है। आप गर्म मौसम में भी इसको बल्बों की सहायता से उगा सकते हैं। मिट्टी गर्म हो, तो इसके बल्बों को जमीन में बो दें। इसको बारिश से पहले या बाद में या गर्मी में कभी भी उगाया जा सकता है।
रजनीगंधा उगाने के लिए मिट्टी तैयार(Soil prepared for growing tuberose)
इस पौधे को भुरभरी मिट्टी पसंद है। मिट्टी अच्छी जलनिकासी वाली हो। आप सामान्य मिट्टी में कोकोपीट गोबर की खाद, नीम की खली, वर्मीकुलाइट, परलाइट आदि मिलाकर मिट्टी तैयार करें। सामान्य अच्छी जलनिकासी वाली मिट्टी में भी गोबर की खाद मिलाकर लगा सकते हैं। मिट्टी में पानी रुकना नहीं चाहिए अन्यथा इसकी जड़े गल जाती है।
रजनीगंधा के बीज बोने का तरीका(Method of sowing tuberose seeds)
रजनीगंधा का पौधा आप बीज द्वारा लगा रहे हैं, तो पहले इनको छाया में सूखाएं। बीजों के सूखने के बाद इनको बोने से पहले भिगोकर छोड़ दें। गमले में आपको कंद, बीज या बल्बों को सावधानी से बोना है। बल्ब का ऊपरी हिस्सा मिट्टी से बाहर होना चाहिए। तैयार मिट्टी में बीज को 2-3 इंच की गहराई पर बोएं। बीजों के बीच की दूरी कम से कम 6-10 इंच होनी चाहिए।
रजनीगंधा के पौधे के लिए धूप(incense for tuberose plant)
हर पौधे को ग्रोथ करने के लिए धूप जरुरी है। कुछ पौधे कम धूप पसंद करते हैं, तो कुछ ज्यादा। रजनीगंधा के पौधे को सामान्य धूप पसंद है। आपको ज्यादा फूल चाहिए है, तो इसे धूप में रखें। आप छाया में भी ये पौधा लगा सकते हैं। तेज धूप से आपको पौधे को सुरक्षित रखना है। गमले को ऐसी जगह रखें जहां 6 घंटे की धूप आती हो। इसको नेचुरल रोशनी मिलनी जरुरी है।
पौधे में सिंचाई(plant irrigation)
पौधे में पानी देने का आपको खास ख्याल रखना है। ज्यादा पानी भी नहीं देना है और कम भी नहीं देना है। जरुरत के हिसाब से आपको इसकी सिंचाई करनी है। पौधे को अच्छी तरह से पानी दें। ओवरवाटरिंग से बचें। ज्यादा पानी से पौधे की जड़े सड़ सकती है। गमले में जलनिकासी की व्यवस्था अच्छे तरीके से होनी जरुरी है
पौधे की प्रूनिंग(plant pruning)
किसी भी पौधे को ज्यादा फलने और फूलने के लिए प्रूनिंग अहम है। आप साइड से अतिरिक्त टहनियों को हटाते रहें। आप पीचिंग से ज्यादा फूल प्राप्त कर सकते हैं। आप सूखी टहनी, पत्ते और फूलों को समय- समय पर हटाते रहें।
रजनीगंधा के फूलों की केयर(Care of tuberose flowers)
पौधे पर फूल लगना शुरु होने पर इनको सहारे की जरुरत होती है। आप बांस की छड़ी का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये फूल गर्मी और बारिश के मौसम में खिलता है। अगर आप इस पौधे की अच्छे से केयर करते हैं, तो ये बहुत जल्दी आपकी बगिया में भिन्नी-भिन्नी खुशबू फैलाने लगता है।
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