Kitchen garden: किचिन गार्डन में बार-बार हो रहे हैं फेल, तो ये हैं कारण और समाधान

Kitchen garden: किचिन गार्डन में हमेशा वो नहीं होता जो आप सोचते हैंं। आप सोच रहे हैं कि आपके पौधे लगाते ही सब्जियों और फलों की बरसात होगी, बाजार से सब्जियां नहीं खरीदनी पड़ेंगी तो ऐसा नहीं है। बहुत बार किचिन गार्डनिंग में आपको असफल होना पड़ता है। पौधे हरे भरे नजर आते हैं लेकिन फूल और फल ही नहीं आता। निश्चित ही आप सुबह शाम पानी देते रहेंगे और खाद भी समय पर दी होगी। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि पूरी देखभाल के बाद एक भी टमाटर या लॉकी हाथ नहीं लगती। ऐसा सिर्फ आपके साथ ही नहीं हो रहा है। आपकी ही तरह बहुत से गार्डनर किचिन गार्डनिंग में असफलता से परेशान हैं।

इस लेख में हम आपको किचिन गार्डन में फेल होने के कारण बताएंगे साथ ही उनके समाधान भी देंगे। उम्मीद है उसके बाद आपकी बगिया सब्जियों और फलों से भर जाएगी। 

मिट्‌टी तैयार करने में गलती 

गार्डनिंग की शुरुआत का पहला चरण ही मिट्‌टी तैयार करना है। किसी गमले की मिट्टी तैयार करना किसी घर की नींव तैयार करने के बराबर है। यह बगीचे की आधारशिला है। अगर आपकी मिट्‌टी ठीक नहीं है तो आप चाहे कितना भी पानी, खाद लगाएं, सब्जियां या फल आना मुश्किल है।

  • समाधान- गमलों के लिए भुरभुरी, जलनिकासी, हवा संचारित और पोष्टिक तत्वों से भरपूर मिट्टी तैयार करें। पौधों की आवश्यकता के अनुसार मिट्‌टी बनाएं। गमले में 50 फीसदी मिट्‌टी, 30 फीसदी गोबर खाद, 10 फीसदी कोकोपीट, 10 फीसदी नीम खली प्रयोग करें। इसमें गोबर खाद की जगह किचिन कम्पोस्ट या वर्मीकम्पोस्ट ले सकते हैं। 

बगीचे का गलत स्थान चुनना(Choosing the wrong garden location)

गलत स्थान पर बगीचा बनाना अधिकतर गार्डनर की गलती होती है। बगीचा हमेशा सूर्य प्रकाश के ऊपर निर्भर करता है। यदि आपने अपने बगीचे के लिए एसा स्थान चुना है जहां धूप बहुत कम आती है। तो ऐसा बगीचा कभी विकसित नहीं हो सकता। पौधों को प्रकाश संश्लेषण के लिए 5 से 6 घंटे सूरज की रोशनी की जरूरत होती है। साथ ही ऐसी जगह पर पौधे रखें जहां से आप आसानी से इन्हें पर्याप्त पानी देते रहें। 

  • समाधान- पौधों को पर्याप्त धूप दें। बगीचे की लॉकेशन बदलें। ऐसे पौधे जिन्हें अधिक धूप की जरूरत होती है। उन्हें अधिक धूप वाले स्थान पर रखें। जिन्हें कम धूप की जरूरत होती है उन पौधों को शेड में रखें। 

पौधों को नहीं मिल रहे सूक्ष्म पोष्टिक तत्व(Plants are not getting micro nutrients)

पौधों को ग्रोथ के लिए समय समय पर खाद की जरूरत होती है। हालांकि हम गोबर खाद और वर्मीकम्पोस्ट के जरिए नाइट्रोजन, फास्फोरस और पॉटेशियम की जरूरत को पूरा करते रहते हैं।  पौधों को गोबर खाद के अलावा भी अन्य पोष्टिकता की जरूरत होती है। पौधों को अच्छी ग्रोथ के लिए सूक्ष्म पोष्टिक तत्वों की भी जरूरत होती है। जिसमें कैल्शियम, जिंक, बोरोन, जस्ता आदि शामिल है।

  • समाधान: सब्जियों व फलों के पौधों में केले के छिलके की खाद, चाय पत्ती, अंडे के छिलकों की खाद, सब्जियों के छिलकों की खाद आदि डालते रहें। यह सूक्ष्म पोषकतत्वों की कमी को पूरा करते हैं। 

बीज नहीं होते समय पर अंकुरित(seeds do not germinate on time)

गार्डन में बीजों का समय पर अंकुरित नहीं होना भी एक बड़ी समस्या है। जबकि आप देखते हैं कि आपके पड़ोसी के पौधे काफी बड़े हो गए हैं और आपके उगे ही नहीं है। ऐसे में बागवान को निराश हाथ लगती है। बीजों को गलत तरीके से बोना, खराब बीज, खराब मौसम इसके पीछे का कारण है। 

  • समाधान: हमेशा अच्छी दुकान से हाइब्रिड ही बीज खरीदें। प्रत्येक सब्जी का बीज बाेने का तरीका अलग होता है। ज्यादा गहराई में बीज न लगाएं। मिट्‌टी में नमी बनाकर रखें। अधिक बरसात हाेने पर गमलों को शेड में रखें। अगर बीज अंकुरित होने में फिर भी समस्या है तो नर्सरी से सैम्पलिंग खरीदकर गार्डनिंग करें। धीरे-धीरे बीजों को अंकुरित करना सीखें। 

फल बनने से पहले फूलों का गिरना(fall of flowers before fruit formation)

कई बार हमारे बगीचे में पौधों की बढ़वार अच्छी होती है। फूल भी अच्छे से आते हैं। लेकिन फल बनने से पहले ही फूल गिरना शुरू हो जाते हैं। कई बार फल बन भी जाता है लेकिन छोटा फल ही पेड़ से टूट कर गिर जाता है। सब्जियों का साइज छोटा रह जाता है। इसके पीछे का मुख्य कारण पॉलिनेशन की कमी है। 

  • समाधान- गार्डन में ऐसे पौधे लगाएं जिनसे पॉलिनेटर्स अट्रेक्ट होते हैं। हमें किचिन गार्डन में फूलों वाले पौधे लगाने चाहिए। जिसमें गेंदा भी शामिल है। इसके साथ ही जब तक कि पॉलिनेटर्स नहीं आते हेंड पॉलिनेशन करें। 

मौसमी सब्जियां ही लगाएं(plant only seasonal vegetables)

बहुत से नए गार्डनर को यह नहीं पता होता कि किस मौसम में कौन सी सब्जियां लगाए। वे गार्डन में कोई भी सब्जी लगा देते हैं। लेकिन सब्जियों की ग्रोथ जलवायु के अनुसार होती है। खेतों में पॉलीहाउस की मदद से सब्जियों के अनुसार तापमान तैयार कर दिया जाता है। किचिन गार्डन में ऐसा संभव नहीं है। 

समाधान: बागवानी विशेषज्ञों से जानें कि किस मौसम में कौन सी सब्जियां लगानी चाहिए। आप अपनी छत से तीन बार सब्जियां ले सकते हैं। फरवरी माह में बोई जाने वाली सब्जियां, मई माह में बोई जाने वाली सब्जियां, सितंबर माह में बोई जाने वाली सब्जियां लगाएं।

इसे भी पढ़ें- Liquid fertilizer: गर्मी में पौधों में नई जान डाल देंगे ये 5 पॉवरफुल टॉनिक

इसे भी पढ़ें-  Colorful Capsicum: शिमला मिर्च उगाकर किचिन गार्डन में लगाएं रंगों का तड़का

इसे भी पढ़ें- Rice water: चावल के पानी के 4 राज, जो पौधों को बना देंगे हरा भरा

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *