Gardening tips for the new season-जब भी नया मौसम शुरु होता है, तो हमें गार्डन की तरफ ध्यान देना पड़ता है। हर नए मौसम की शुरुआत में कुछ पौधे खत्म हो जाते हैं, तो कुछ पौधों को लगाने का समय होता है। नए मौसम की शुरुआत बागवानों के लिए स्पेशल होती है। कई तरह के इंतजाम गार्डन के लिए करने पड़ते हैं। अब बारिश का मौसम शुरु होने वाला है। इस लेख में जानते हैं कैसे अपने गार्डन को नए मौसम के लिए हमें तैयार रखना है।
नए मौसम के लिए गार्डन ऐसे करें तैयार(Prepare your garden for the new season like this)
मौसम में जब बदलाव आता है, तो गार्डन थोड़ी विशेष केयर मांगता है। सर्दी का मौसम खत्म हुआ तब गर्मी के लिए बगीचे को तैयार करना था। अब बारिश का मौसम शुरु होने वाला है, तो आपको अपने गार्डन में तमाम प्रकार के इंतजाम देखने होंगे। नीचे कुछ टिप्स बताएं गए हैं, जिनकी मदद से आपको ये काम करने में थोड़ी आसानी होगी।
बगीचे की सफाई करें(clean the garden)
मौसम बदलने के साथ आपको गार्डन की सफाई करनी होगी। जो पौधे मर गए हैं, उनको उखाड़ देना है। घास,मलबा आदि पौधों से हटा देना है। ऐसा करने पर बीमारियों और कीटों से निजात मिलेगा। नया सीजन मतलब नए पौधे लगाने की तैयारी। बारिश का मौसम आने वाला है, तो आप इस हिसाब से अपने गार्डन को तैयार करें। आपने पौधे के आसपास की हुई मल्चिंग इस मौसम की शुरूआत में हटा देनी है।
नए पौधे लगाने की करें तैयारी(Prepare to plant new trees)
सीजन की शुरुआत में ही आपको पौधे लगा देने हैं। आपको देखना है कि मौसम में कौन से पौधे ग्रो करते हैं। सीजन की शुरूआत में पौधे लगा लिए जाएं, तो ये अच्छे से ग्रोथ करते हैं और फूलते हैं। बारिश के मौसम में आप रेन लिली, रजनीगंधा आदि फूलों वाले पौधे लगा सकते हैं। आप गेंदा, गुड़हल, मोगरा, गुलमेहंदी और अन्य मौसमी फूल लगा सकते हैं।
मृदा परीक्षण करवाएं(get soil tested)
नए सीजन की शुरूआत होती है, तब नए पौधे लगाने होते हैं। आप अपनी मिट्टी का पीएच मान चेक करवा सकते हैं। ये गार्डनिंग के लिए सही रहता है। इससे आपको पता लग जाएगा कि आपकी मिट्टी को किस चीज की जरुरत है। आप टेस्टिंग किट या आसपास किसी लैब से मिट्टी की जांच करवा सकते हैं।
मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ाएं(Increase soil quality)
पौधों के विकास के लिए सबसे अहम मिट्टी होती है। मिट्टी सही होगी, तो आपके पौधे बेहतर रुप से ग्रोथ करेंगे। मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए आपको इसमें जैविक पदार्थ शामिल करने हैं। कार्बनिक पदार्थों की मात्रा बढ़ाने से मिट्टी बेहतर बनेगी। आप इसमें गोबर की खाद, वर्मीकंपोस्ट, पत्तों की खाद, किचिन कंपोस्ट आदि मिलाएं।
नए मौसम में प्रूनिंग करें(Pruning in the new season)
बहुत से पौधे ऐसे होते हैं, जो समय पर प्रूनिंग की मांग करते हैं। आपको भी गार्डन में प्रूनिंग की जरुरत महसूस हो रही है, तो आप करें। मृत शाखाओं को हटाना पौधों के लिए सही रहता है। आप चाहें, तो झाड़ीदार पौधों की प्रूनिंग कर सकते हैं। ऐसा करने पर ज्यादा टहनियां बनेगी और पौधा ग्रोथ अच्छी करेगा। इससे गार्डन में एयर सर्कुलेशन बेहतर होता है।
सिंचाई प्रणाली पर ध्यान दें(Pay attention to irrigation system)
मौसम के अनुसार पौधों में पानी की जरुरत बदलती है। गर्मी में पौधों को ज्यादा पानी चाहिए होता है। इस मौसम में पौधा जल्दी सूख जाता है। इसके विपरित सर्दियों में पौधों बिल्कुल कम पानी देना होता है। अब मौसम बारिश का आने वाला है, तो आपको ध्यान रखना है कि पौधों में जलभराव न हो। गमलों में छेद रुका हुआ न हो। कई बार ज्यादा बारिश होने पर पौधा गल जाता है। इसलिए सिंचाई प्रणाली पर आपको सीजन के अनुसार ध्यान देना है।
कीटों से बचाव के करें उपाय(Take measures to protect against pests)
गार्डन में कीटों का आना आम बात है। बारिश के मौसम में ये सिलसिला थोड़ा और बढ़ सकता है। इस मौसम में कई प्रकार के कीट आपके गार्डन में घर बना सकते हैं। इनसे बचाव करने का तरीका आपको आना चाहिए। आप घर पर ही इनको भगाने के लिए स्प्रे तैयार कर सकते हैं। पौधों की निगरानी करनी जरुरी है। आपको कोई भी कीट या बीमारी के लक्षण नजर आते हैं, तो तुरंत उपचार करें।
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