Tips for higher yield– कई लोगों की शिकायत होती है कि उनके सब्जियों पर फ्लावरिंग होने के बाद फ्रूटिंग नहीं होती है। बेल वाली सब्जियां जिनको लगाना आसान है और इनसे फ्रूंटिग लेना भी आसान है। ऐसे कई तरीके हैं, जिनकी मदद से आप सब्जियों की भरमार पैदावार ले सकते हैं। आज के इस लेख में बात सब्जियों की ज्यादा पैदावार लेने के तरीकों के बारे में करेंगे।
सब्जियों की ज्यादा पैदावार लेने के तरीके(Ways to get more production of vegetables)
जरुरी नहीं है कि आपने सब्जियां उगा ली हैं, तो इनसे आपको अच्छी उपज मिलेगी। बहुत बार निराशा भी आपको हाथ लग सकती है। आपको निराशा हाथ लगे इससे पहले आप कुछ उपाय कर सकते हैं। आपके द्वारा की गई थोड़ी सी मेहनत आपकी बगिया को सब्जियों से भर देगी। नीचे कुछ टिप्स बताएं गए हैं। इन टिप्स की मदद से आप सब्जियों की भरपूर पैदावार ले सकते हैं।
नर फूलों की संख्या को कम करें(reduce the number of male flowers)
कई लोग बोलते हैं कि उनके पौधों पर फ्लावरिंग बहुत है, लेकिन सब्जियां नहीं लग रही हैं। इसका मतलब है कि आपके पौधे पर नर फूलों की सख्यां ज्यादा है बजाए मादा फूलों के। आपको मादा फूलों की संख्या को बढ़ाना है। आपको नर फूलों की संख्या को कम कर देना है। ऐसा करने पर मादा फूलों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। हालांकि कुछ नर फूलों की पौधों पर पॉलिनेशन के लिए रखना है।
पौधे की जरुरत को समझें(Understand the needs of the plant)
अगर आपके पौधे पर नर फूलों की संख्या ज्यादा हो रही है, तो इसकी जरुरत को समझें। फॉस्फोरस और पोटेशियम की कमी के कारण ऐसा होता है। फॉस्फोरस और पोटेशियम युक्त खादों का इस्तेमाल इनमें करें। ऐसा करने पर मादा फूलों की बढ़ोतरी होगी। पौधा छोटो होने पर भी नर फूल आते हैं, जब ये बड़ा होता है, तब मादा फूल आते हैं।
सूर्य का प्रकाश है जरुरी(sunlight is necessary)
पौधों को परागण करने के लिए सूर्य का प्रकाश जरुरी है। बहुत से ऐसे बेल वाले पौधे हैं, जो तापमान में बढ़ोतरी होने पर ही परागण करते हैं। ऐसे में छाया उनके परागण में रुकावट पैदा करती है। लौकी, तोरई, करेला, खीरा जेसै बेल वाले पौधों को गर्म तापमान चाहिए होता है। लौकी और तोरई जैसी सब्जी में दिन के समय परागण प्रक्रिया होती है। खरबूजा, तरबूज,खीरा, कद्दू में परागण सुबह के समय होता है।
समय पर पानी और खाद दें(Water and fertilize on time)
पौधों के बेहतर विकास के लिए पानी, खाद और प्रकाश जरुरी है। आपको अच्छी पैदावार चाहिए है,तो समय पर पानी डालें। फूल आने पर पौधों में सूखा नहीं रखना है। पौधे में नमी रहनी जरुरी है। इस समय पौधे के पोषण की ज्यादा जरुरत होती है। आप फॉस्फोरस युक्त खाद इसमें डाल सकते हैं।
पौधों की थ्री जी कटिंग करना है लाभकारी(3G cutting of plants is beneficial)
आप पौधों की थ्री जी कटिंग से ज्यादा फल ले सकते हैं। ये बहुत आसान है, बस थोड़ी सी सावधानी आपको बरतनी है। लौकी जैसी बेल वाली सब्जी में थ्री जी कटिंग कर सकते हैं। इससे मादा फूलों की संख्या बढ़ेगी और फल अच्छे आएंगे।
थ्री जी कटिंग करने का तरीका(Method of doing 3G cutting)
- पहले 10 से 12 पत्तियों के बाद तने के ऊपरी भाग को काटना है।
- ऐसा करने पर पौधे की लंबाई को बढ़ने से रोका जाता है।
- जड़ से निकलने वाले मुख्य तने की 7-8 पत्तियों के बाद निकलने वाली छोटी शाखाओं को काटे।
- पौधे पर ज्यादा टहनियां बने तो दो को छोड़कर बाकियों को अलग कर दें।
- कुछ दिनों बाद मुख्या शाखा को छोड़ दें और अन्य को काट दें।
- इससे फलों की संख्या बढ़ती है और आकार भी बढ़ता है।
पॉलिनेशन के लिए कीटों का करें आकर्षित(Attract insects for pollination)
पौधों में पॉलिनेशन की क्रिया अहम है। इसके लिए आप लाभकारी कीटों की आकर्षित करें। गार्डन के लिए तितली, भंवरे, मधुमक्खी आदि जरुरी है। आप ऐसे पौधे लगाएं, जिनसे ये आकर्षितो होती हों। ज्यादातर लोग सब्जियों के बीच में गेंदे जैसे फूल लगाते हैं। ये लाभकारी कीटों को आकर्षित करता है। कीटनाशकों का प्रयोग कम करें। आप लेंटाना, स्वीट एलीसम जैसे फूल वाले पौधे लगाएं। इनको लगाने से लाभकारी कीट ज्यादा आकर्षित होते हैं।
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